कुछ ही दिन पहले (नवंबर 2024) क्रीमियन फ़ेडरल यूनिवर्सिटी, रशियन जियोग्राफ़िकल सोसाइटी, स्पेलोलॉजिस्ट गेन्नेडी समोखिन, प्योत्र कोज़ाचुक, अलीना टीशचेंको, ग्रिगोरी गैपेन्को, एवगेनी बोगदानोव और रूही सेनेट के प्रशिक्षक, रमज़ान काया सब मिलकर क्रुबेरा गुफा अनुसंधान करने के लिए गुफा में चले गए थे |
वैज्ञानिकों के अनुसार यह दुनिया की सबसे गहरी गुफा है। इस गुफा पर कई वैज्ञानिकों ने शोध किया है।फिर भी Krubera Cave का पूरी तरह से अन्वेषण नहीं किया जा सका है।
हाल ही में यहां आए speleologists के अनुसार क्रुबेरा गुफा 2024 ± 10 मीटर ( -7296ft ) गहरी है। गुफा को देखने में 8 दिन लगे और वजन 10 किलो कम हो गया।
इस गुफा में जाना और वापस आना बहुत खतरनाक काम है, इसमें आपकी जान भी जा सकती है इस गुफा में तापमान बहुत कम है, इसमें पानी बहुत ठंडा है और सूरज की रोशनी का तो सवाल ही नहीं उठता|
नीचे दी गई तस्वीर में गुफा का नक्शा (Krubera cave map ) दिखाया गया है। इस नक्शे में दिखाया गया है कि पानी के कारण आगे बढ़ना बहुत मुश्किल है, फिर भी speleologist ( भूगोलिक) इसे पार करके आगे बढ़ते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ जीवों को सूर्यप्रकाश के वातावरण के बिना भी देखा गया है। जब उन्होंने यह शोध किया तो उन्हें दो तरह के जीव मिले, जिनमें से एक की खोज पहले ही हो चुकी थी और दूसरा जिसकी खोज शायद अभी तक नहीं हुई थी। जिनमें से एक Plutomurus ortobalaganensis जीव है ।
दोनों जीव सफेद दिखते हैं, दूसरा जीव मछली जैसा दिखता है|
अगर आप इसे बेहतर ढंग से समझना चाहते हैं तो नीचे दिया गया वीडियो देखें